
प्रशांत किशोर ने किया बड़ा खुलासा: “नीतीश की 2014 तक की राजनीति सही थी, लेकिन RJD संग गठबंधन मेरी भूल”
बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर (PK) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी राजनीतिक फैसलों पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 2014 तक नीतीश कुमार जिस तरह की राजनीति कर रहे थे, उससे बिहार प्रगति कर रहा था, और इसी कारण उन्होंने नीतीश कुमार के साथ जुड़ने का फैसला किया था। लेकिन, जब उन्होंने नीतीश कुमार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ गठबंधन करने की सलाह दी, तो यह उनकी एक बड़ी भूल साबित हुई।
नीतीश कुमार की राजनीति पर प्रशांत किशोर का विश्लेषण
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की राजनीति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि 2014 तक वह बिहार को सही दिशा में लेकर जा रहे थे। उनके शासनकाल में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ था, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिले थे। नीतीश कुमार ने सुशासन बाबू की छवि बनाई थी और बिहार में विकास की एक नई लहर शुरू की थी।
PK के अनुसार, “2014 तक नीतीश कुमार की नीतियां बिहार के हित में थीं। उनके शासन में विकास हुआ, राज्य आगे बढ़ रहा था, इसलिए मैं उनसे जुड़ा था। लेकिन जब उन्होंने RJD के साथ गठबंधन किया, तो यह मेरी सबसे बड़ी गलती थी।”
राजद के साथ गठबंधन को बताया गलती
प्रशांत किशोर ने साफ कहा कि जब उन्होंने नीतीश कुमार को RJD के साथ गठबंधन करने की सलाह दी थी, तो उन्हें लगा था कि यह राजनीतिक मजबूती के लिए एक अच्छा कदम होगा। लेकिन बाद में यह समझ में आया कि यह फैसला बिहार की जनता और उनकी राजनीति के लिए सही नहीं था। PK ने माना कि राजद के साथ मिलकर सरकार बनाने से नीतीश कुमार की छवि को नुकसान पहुंचा और बिहार की राजनीति में अस्थिरता आ गई।
उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार को जिस राजनीति पर आगे बढ़ना चाहिए था, उससे वह भटक गए। उन्होंने सत्ता बचाने के लिए अपने ही आदर्शों से समझौता कर लिया।” PK का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब बिहार में आगामी चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो रही हैं।
बिहार की राजनीति में बढ़ी हलचल
प्रशांत किशोर के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। जेडीयू और राजद ने अभी तक इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यह बयान निश्चित रूप से आगामी विधानसभा चुनावों से पहले एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।
PK पहले भी नीतीश कुमार की नीति और बिहार सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते रहे हैं। उन्होंने अपनी ‘जन सुराज’ यात्रा के दौरान कई बार नीतीश कुमार और उनकी पार्टी की आलोचना की है। उनके इस नए बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि वह नीतीश कुमार से पूरी तरह अलग राह पर चल रहे हैं।
क्या PK की राजनीति में वापसी के संकेत?
प्रशांत किशोर के इस बयान के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह बिहार की राजनीति में कोई नई रणनीति बना सकते हैं। हालांकि, उन्होंने खुद इस पर अभी तक कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है।
बिहार चुनाव से पहले PK के इस बयान का क्या असर पड़ेगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन इतना तय है कि उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
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