पटना शहर में बढ़ते ट्रैफिक जाम और सड़क सुरक्षा की चिंताओं को देखते हुए पटना ट्रैफिक पुलिस ने NH 139 पर भारी वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए कड़े नियम लागू किए हैं। इन नए दिशा-निर्देशों का उद्देश्य न केवल ट्रैफिक की समस्या को हल करना है, बल्कि शहर में सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी लाना है। ओल्ड और न्यू NH 139 पर भारी वाहनों के परिचालन को लेकर इस बदलाव की उम्मीद की जा रही है कि इससे पटना की सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और व्यवस्था बेहतर होगी।

ओल्ड NH 139 पर ट्रकों की आवाजाही पर प्रतिबंध
ओल्ड NH 139, जो नौबतपुर आरओबी से एम्स गोलंबर, फुलवारी शरीफ और अनीसाबाद की ओर जाता है, पर बालू और गिट्टी लदे ट्रकों का प्रवेश अब पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, यह फैसला ट्रैफिक जाम और सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इस मार्ग पर केवल छोटे वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति होगी।
चालान वाले ट्रकों को अनुमति – केवल उन्हीं ट्रकों को नौबतपुर ओल्ड NH 139 पर प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, जिनके पास वैध चालान होगा। यह कदम ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
रूट डायवर्जन – नौबतपुर आरओबी के नीचे से आने वाले भारी वाहनों को बेलदारी चक की ओर डायवर्ट किया जाएगा, ताकि मुख्य मार्ग पर दबाव कम हो।
एम्स गोलंबर पर पार्किंग प्रबंध – एम्स गोलंबर पर दिन के समय ट्रकों को कतारबद्ध तरीके से पार्क किया जाएगा, जिससे यातायात की गति प्रभावित न हो।
कड़ी निगरानी – ट्रैफिक पुलिस ने इन नियमों के उल्लंघन पर भारी जुर्माना और वाहन जब्ती की घोषणा की है।
न्यू NH 139 पर कड़े प्रतिबंध और समय निर्धारण
न्यू NH 139 पर भी भारी वाहनों के संचालन को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जिनका उद्देश्य शहर के मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक का संतुलन बनाए रखना है। इन नए नियमों के तहत, भारी वाहनों को रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक ही इस मार्ग से गुजरने की अनुमति होगी।
नौबतपुर आरओबी से पटना शहर की ओर भारी वाहनों का प्रवेश बंद – यह मार्ग केवल छोटे वाहनों के लिए खुला रहेगा। भारी वाहनों को इसके बजाय बेलदारी चक, गौरीचक और संपतचक होते हुए मसौढ़ी मोड़ की ओर डायवर्ट किया जाएगा।
गांधी सेतु पर ट्रकों का प्रवेश नियंत्रित – मसौढ़ी मोड़ और जीरोमाइल पर अत्यधिक ट्रैफिक जाम से बचने के लिए गांधी सेतु पर भारी वाहनों के प्रवेश की संख्या सीमित की जाएगी।
गांधी सेतु पर भीड़ नियंत्रण – ट्रैफिक पुलिस द्वारा गांधी सेतु के पास CCTV निगरानी और फ्लो कंट्रोल सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि ट्रकों की आवाजाही को नियंत्रित किया जा सके।
नए नियमों से प्रभाव
ट्रैफिक जाम में कमी – इन नियमों के लागू होने से पटना शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आएगी, खासकर मुख्य मार्गों पर भारी वाहनों की आवाजाही कम होने से।
सड़क सुरक्षा में सुधार – भारी वाहनों के निर्धारित समय और रूट पर चलने से सड़क दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी।
सड़क पर दबाव कम होगा – ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि इन नए नियमों के साथ सड़क पर दबाव नियंत्रित रहेगा और यातायात अधिक व्यवस्थित तरीके से चलेगा।
यात्री वाहनों के लिए राहत – छोटे वाहनों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए बड़े वाहनों का निर्धारित समय और रूट पर संचालित होना महत्वपूर्ण कदम होगा।
ट्रैफिक पुलिस की अपील
पटना ट्रैफिक पुलिस ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे नए नियमों का पालन करें। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें जुर्माना और वाहन जब्ती की सजा भी हो सकती है। ट्रक चालकों और परिवहन कंपनियों से यह भी अनुरोध किया गया है कि वे सिर्फ निर्धारित समय में ही भारी वाहनों को चलाएं और नए रूट को अपनाएं, जिससे पटना शहर में ट्रैफिक और सड़क सुरक्षा बेहतर हो सके।
निष्कर्ष
पटना ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि ये नए बदलाव पटना शहर की यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने और सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी थे। सख्त गाइडलाइनों का पालन और निगरानी से उम्मीद की जा रही है कि शहर में ट्रैफिक व्यवस्था और सुरक्षा को एक नई दिशा मिलेगी। इन परिवर्तनों के माध्यम से पटना के नागरिकों और यात्री वाहनों के लिए एक सुरक्षित और सुगम यात्रा सुनिश्चित की जाएगी।
BPSC Re-Exam विवाद: छात्रों का प्रदर्शन जारी | avinationnews