
बिहार के अररिया जिले में एक और सनसनीखेज घटना ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां पर एक एएसआई (Assistant Sub Inspector) की हत्या कर दी गई, जिसके बाद विपक्षी दलों ने नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार को आड़े हाथों लिया है। इस घटना के बाद बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर गहरा असंतोष उत्पन्न हो गया है और विपक्ष ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है।
अररिया जिले के फुलकाहा थाना क्षेत्र में हुई इस घटना ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी। जानकारी के अनुसार, अररिया के फुलकाहा थाना में तैनात एएसआई, जो कि अपनी ड्यूटी पर था, अचानक गोलीबारी में शिकार हो गया। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है और पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।
विपक्षी दलों ने इस हत्या को बिहार में बिगड़ी कानून-व्यवस्था का परिणाम बताते हुए नीतीश सरकार को घेरा है। नेताओं का कहना है कि राज्य में अपराधी बेखौफ हो गए हैं और सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है। बिहार की विपक्षी पार्टियों ने इसे बिहार में बिगड़े शासन का उदाहरण बताया और कहा कि अगर जल्द ही सरकार ने ठोस कदम नहीं उठाए, तो राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगेंगे।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “बिहार अब ‘राम भरोसे’ है, जहां पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं। अपराधियों के सामने राज्य सरकार ने हथियार डाल दिए हैं और उन्हें कोई डर नहीं है।” तेजस्वी ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार ने अपराधियों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया है और इसके परिणामस्वरूप बिहार में अपराधों की संख्या बढ़ती जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को तुरंत इस हत्या के मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और अपराधियों को गिरफ्तार करना चाहिए।
इसके अलावा, भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने भी नीतीश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “बिहार में हर दिन अपराध बढ़ रहे हैं और राज्य की पुलिस अब खुद भी सुरक्षित नहीं है। यह सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है और इससे जनता का विश्वास पूरी तरह से उठ चुका है।” सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार से इस मामले में जवाब देने की मांग की और कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति की सुधार के लिए सरकार को जल्द ही कदम उठाने चाहिए।
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस हत्या की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि पुलिस इस मामले की तहकीकात कर रही है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था को बनाए रखना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।
विपक्ष का कहना है कि बिहार में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय, नीतीश सरकार सत्ता के गलियारों में व्यस्त रहती है। इस घटना ने एक बार फिर से बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। राज्य के पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि ऐसे मामलों में पुलिस का कड़ा रुख और त्वरित कार्रवाई की जरूरत होती है।
अररिया की इस घटना ने एक बार फिर से बिहार में बढ़ते अपराधों और सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति को लेकर नई बहस छेड़ दी है। आने वाले दिनों में यह देखा जाएगा कि नीतीश सरकार इस पर क्या कदम उठाती है और क्या विपक्षी दलों के आरोपों का कोई असर होता है।
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