
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार सुबह भयानक भगदड़ मच गई, जिसमें 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 40 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब हजारों यात्री टिकट काउंटर पर जमा हो गए और भीड़ अनियंत्रित हो गई। देखते ही देखते अफरा-तफरी मच गई और कई लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े। मृतकों में दो महिलाएं, एक बच्चा और चार पुरुष शामिल हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे की मुख्य वजह टिकट खिड़की पर हो रही देरी और स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त व्यवस्था न होना था। सोशल मीडिया पर रेलवे प्रशासन के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है, और यात्री अव्यवस्था को इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
कैसे हुआ हादसा?
शनिवार सुबह 9:30 बजे के आसपास स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा थी। ट्रेन पकड़ने की जल्दी में लोग टिकट काउंटर पर उमड़ पड़े। लंबी कतारों में खड़े यात्रियों में धैर्य खत्म होने लगा, और जैसे ही टिकट वितरण शुरू हुआ, धक्का-मुक्की शुरू हो गई। अचानक कुछ लोग नीचे गिर पड़े, और फिर भगदड़ मच गई।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “हम बस टिकट लेने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा थी कि सांस लेना मुश्किल हो गया। अचानक लोग गिरने लगे, और किसी को संभलने का मौका नहीं मिला।”
कुछ यात्रियों का कहना है कि टिकट काउंटर पर अव्यवस्था पहले से बनी हुई थी, लेकिन अधिकारियों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
7 की मौत, कई की हालत नाजुक
इस दर्दनाक घटना में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में दो बुजुर्ग महिलाएं, एक 10 साल का बच्चा और चार पुरुष शामिल हैं। कई घायलों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है, जिनमें से कुछ आईसीयू में भर्ती हैं।
डॉक्टरों के अनुसार, “कई घायलों को सिर, छाती और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई हैं। कुछ लोगों की हालत नाजुक है और उन्हें बचाना चुनौतीपूर्ण है।”
रेलवे प्रशासन ने हादसे के बाद तुरंत राहत कार्य शुरू किया, और घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रशासन की लापरवाही पर फूटा लोगों का गुस्सा
घटना के बाद यात्रियों और उनके परिजनों में भारी आक्रोश है। सोशल मीडिया पर रेलवे प्रशासन की लापरवाही को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
एक यात्री ने गुस्से में ट्वीट किया, “हर दिन लाखों यात्री इस स्टेशन से गुजरते हैं, लेकिन भीड़ प्रबंधन के कोई इंतजाम नहीं हैं। रेलवे की यह घोर लापरवाही है।”
वहीं, कुछ लोगों ने डिजिटल टिकटिंग को बढ़ावा देने की मांग की, जिससे स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।