
BPSC री-एग्जाम विवाद: पटना में छात्रों का विरोध तेज, खान सर का समर्थन, हाई कोर्ट में सुनवाई की उम्मीद
पटना: BPSC री-एग्जाम को लेकर छात्रों का विरोध और भी तेज हो गया है। आज भी कैंडिडेट्स सड़कों पर उतरने के लिए तैयार हैं और गर्दनीबाग धरनास्थल पर प्रदर्शन करेंगे। इस बार खान सर भी छात्रों के समर्थन में धरनास्थल पर पहुंचेंगे, जिनकी उपस्थिति छात्रों के लिए बड़ी उम्मीद लेकर आई है। खान सर ने पहले भी कई बारआंदोलनों में छात्रों का समर्थन किया है, और अब उनके साथ आने से छात्रों के मनोबल में बढ़ोतरी हुई है।
छात्रों की सबसे बड़ी चिंता यह है कि BPSC री-एग्जाम का फैसला उनके भविष्य को दांव पर लगा सकता है। उनका कहना है कि BPSC परीक्षा में अनियमितताएं और घोटालों के कारण उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। छात्र पुनः परीक्षा की प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाए जाने की मांग कर रहे हैं, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित रह सके। छात्रों का यह भी कहना है कि शासन और प्रशासन इस मुद्दे को हल करने में नाकाम साबित हुए हैं, इसलिए उन्हें मजबूरी में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
वहीं, इस मामले में हाई कोर्ट में भी सुनवाई की संभावना जताई जा रही है। छात्रों का मानना है कि यदि हाई कोर्ट में मामले की सुनवाई होती है, तो BPSC को री-एग्जाम के फैसले को लेकर पुनः विचार करना होगा। छात्र समुदाय की ओर से दावा किया जा रहा है कि यदि कोर्ट ने इस पर फैसला दिया, तो उनके पक्ष में न्याय होगा और इसके बाद उन्हें शासन और प्रशासन से उचित निर्णय की उम्मीद है।
पटना में प्रदर्शन और बढ़ने की संभावना है, क्योंकि छात्र राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी भी दे चुके हैं। उनका कहना है कि यदि री-एग्जाम को रद्द नहीं किया गया और निष्पक्ष प्रक्रिया लागू नहीं की गई, तो वे विधानसभा घेराव और राज्यव्यापी विरोध जैसी कड़ी कार्रवाइयां करेंगे। इस आंदोलन का असर राज्यभर में देखा जा सकता है, और छात्रों का मानना है कि उनके विरोध से सरकार पर दबाव बढ़ेगा।
गर्दनीबाग धरनास्थल पर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है, क्योंकि प्रदर्शनकारियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पुलिस ने प्रदर्शन को शांति से करने की अपील की है, और छात्र नेताओं ने भी भरोसा दिलाया है कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण रहेगा। बावजूद इसके, छात्रों की यह चेतावनी साफ है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका विरोध जारी रहेगा।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि BPSC और राज्य सरकार इस गंभीर मुद्दे पर क्या कदम उठाती है और छात्रों की समस्याओं को कैसे हल करती है।
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