
जम्मू-कश्मीर में 48 पर्यटन स्थल बंद: पहलगाम हमले में पाकिस्तानी कमांडो की संलिप्तता की आशंका, भारत ने पाक रक्षा मंत्री का X हैंडल ब्लॉक किया
श्रीनगर – जम्मू-कश्मीर में बढ़ते सुरक्षा खतरे के बीच प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 48 पर्यटन स्थलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। यह कार्रवाई हाल ही में अनंतनाग ज़िले के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकवादी हमले के बाद की गई है, जिसमें सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया था। प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि हमले की योजना और क्रियान्वयन में एक पूर्व पाकिस्तानी कमांडो शामिल हो सकता है, जिससे भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर गहरा गया है।
पहलगाम हमला: पाकिस्तान कनेक्शन की जांच
18 अप्रैल को हुए इस हमले में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया और दो सुरक्षाकर्मी घायल हुए। घटना के तुरंत बाद एनकाउंटर शुरू हुआ, जिसमें दो आतंकियों को मार गिराया गया। इन आतंकियों के पास से बरामद हथियार, संचार उपकरण और दस्तावेजों से यह संकेत मिले हैं कि हमला पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से संचालित किया गया हो सकता है।
जांच एजेंसियों के अनुसार, जिन तकनीकों का उपयोग इस हमले में हुआ, वे किसी प्रशिक्षित विशेष बल या पूर्व सैन्यकर्मी द्वारा उपयोग की जाती हैं। सूत्रों ने बताया है कि हमले में शामिल एक आतंकी पूर्व में पाकिस्तानी सेना की स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) यूनिट का सदस्य रह चुका है। इस एंगल की पुष्टि के लिए एनआईए और इंटेलिजेंस एजेंसियां गहन जांच कर रही हैं।
सुरक्षा कारणों से 48 पर्यटन स्थल अस्थायी रूप से बंद
हमले के बाद राज्य प्रशासन और केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया कि संवेदनशील क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही पर फिलहाल रोक लगाई जाए। नतीजतन, कश्मीर घाटी के कुल 48 लोकप्रिय पर्यटन स्थल, जिनमें गुलमर्ग, सोनमर्ग, यूसमर्ग और पहलगाम जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं, को आगामी आदेश तक बंद कर दिया गया है।
पर्यटन विभाग ने एक सार्वजनिक सूचना जारी कर बताया कि यह निर्णय पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और आतंकवादी गतिविधियों से बचाव के लिए लिया गया है। इस कदम से स्थानीय पर्यटन उद्योग को झटका लगा है, लेकिन सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है।
भारत ने पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का X हैंडल किया ब्लॉक
घटना के बाद भारत सरकार ने डिजिटल डिप्लोमेसी के तहत भी कड़ा कदम उठाया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के आधिकारिक हैंडल को भारत में ब्लॉक कर दिया गया है। यह निर्णय तब लिया गया जब मंत्री ने हमले से जुड़ी भारत-विरोधी टिप्पणियां पोस्ट की थीं, जिनमें हिंसा को परोक्ष रूप से उचित ठहराने का प्रयास किया गया।
भारत सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह निर्णय आईटी अधिनियम की धारा 69A के तहत लिया गया है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र डिजिटल सामग्री पर प्रतिबंध की अनुमति देता है।
स्थानीय प्रतिक्रिया और आगे की तैयारी
कश्मीर के स्थानीय व्यापारियों और टूर ऑपरेटरों ने प्रशासन के निर्णय को मिश्रित प्रतिक्रिया दी है। एक ओर वे पर्यटकों की सुरक्षा को अहम मानते हैं, वहीं दूसरी ओर उनका कहना है कि यह फैसला पर्यटन सीजन के बीच में आया है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान होगा।
गृह मंत्रालय ने CRPF और स्थानीय पुलिस बल को हाई अलर्ट पर रखा है और LoC के पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इसके साथ ही सभी पर्यटक स्थलों पर ड्रोन निगरानी, बम स्क्वॉड और अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की जा रही है।
निष्कर्ष
पहलगाम हमला सिर्फ एक आतंकी घटना नहीं, बल्कि भारत की सुरक्षा नीति और डिजिटल रणनीति की परीक्षा भी बन गया है। अब यह देखना अहम होगा कि जांच में क्या खुलासे होते हैं और पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत कौन-कौन से कदम उठाता है।
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