
बिहार के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों को अब डिजिटल दुनिया में भी पहचान मिलने जा रही है। राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों की थ्री-डी प्रतिकृति का निर्माण किया जा रहा है, जो आधुनिक तकनीक के माध्यम से इन स्थलों को वर्चुअल रूप में जीवंत बनाएगी। इस पहल के तहत महाबोधि मंदिर (बोधगया), घोड़ाकटोरा (राजगीर), नालंदा विश्वविद्यालय (नालंदा), विश्व शांति स्तूप (वैशाली), केसरिया स्तूप (पूर्वी चंपारण), सभ्यता द्वार (पटना), लछुआड़ जैन मंदिर (जमुई), विष्णुपद मंदिर (गयाजी), मुंडेश्वरी मंदिर (कैमूर), मां जानकी जन्मभूमि (पुनौराधाम, सीतामढ़ी), चौरासन शिव मंदिर (सासाराम), तख्त श्री हरिमंदिर (पटना साहिब), ककोलत जलप्रपात (नवादा), जू व नेचर सफारी (राजगीर), ओढ़नी डैम (बांका), अमवामन झील (पश्चिमी चंपारण) तथा मंदार पर्वत और रोपवे (बांका) जैसी ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहरों की थ्री-डी प्रतिकृति बनाई जा रही है।
इन सभी स्थलों की प्रतिकृति को आकर्षक और जीवंत बनाने के लिए विशेष रूप से साज-सज्जा की जाएगी, जिससे यह आगंतुकों के लिए एक अनूठा अनुभव बनेगा। यह पहल बिहार पर्यटन के पैवेलियन में प्रदर्शित की जाएगी, जहां आने वाले पर्यटक राज्य के ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों की खूबसूरती का डिजिटल रूप में भी आनंद ले सकेंगे।
इस आधुनिक तकनीकी पहल का उद्देश्य बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को नई पहचान दिलाना और पर्यटन को बढ़ावा देना है। वर्चुअल टूरिज्म के इस नए स्वरूप से पर्यटक बिना यात्रा किए भी इन स्थलों की विस्तृत झलक प्राप्त कर सकेंगे। यह न केवल पर्यटन को नई दिशा देगा, बल्कि डिजिटल युग में बिहार की समृद्ध विरासत को और अधिक सुलभ व लोकप्रिय बनाएगा।
इस प्रकार, थ्री-डी प्रतिकृतियों और अत्याधुनिक साज-सज्जा के माध्यम से बिहार पर्यटन एक नई ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है, जो पर्यटकों के लिए यादगार अनुभव लेकर आएगा।
मुजफ्फरपुर: होली के बाद 51 लोगों की हुई गिरफ्तारी, जानें क्या थी वजह?
हमारे न्यूज़ चैनल से जुड़ने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे :
Facebook :- https://www.facebook.com/avinationnews
Youtube :- https://www.youtube.com/@Avinationnews
Instagram :- https://www.instagram.com/avinationnews