PM मोदी मुझसे भी सख्त नेगोशिएटर, मेरा उनसे कोई मुकाबला नहीं – डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान
नई दिल्ली/वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी एक बेहतरीन और सख्त नेगोशिएटर (सौदेबाज) हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि पीएम मोदी उनसे भी ज्यादा कड़े और समझदार सौदेबाज हैं। ट्रंप के इस बयान ने राजनीतिक और कूटनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।

ट्रंप ने क्यों की मोदी की तारीफ?
डोनाल्ड ट्रंप ने एक इंटरव्यू में पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा, “मोदी एक बेहद काबिल नेता हैं। वे अपनी शर्तों पर डील करना जानते हैं और अपनी देशहित की प्राथमिकताओं से कभी समझौता नहीं करते। मैंने कई वैश्विक नेताओं से बातचीत की है, लेकिन मोदी से बातचीत करना अलग स्तर का अनुभव होता है।”
भारत-अमेरिका संबंधों में मोदी की भूमिका
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान भारत-अमेरिका संबंधों ने नई ऊंचाइयों को छुआ। दोनों नेताओं ने कई मौकों पर एक-दूसरे की तारीफ की है। खासकर 2020 में ह्यूस्टन में आयोजित ‘Howdy, Modi!’ और अहमदाबाद में हुए ‘Namaste Trump’ कार्यक्रमों ने दोनों देशों के बीच रिश्तों को और मजबूती दी।
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मोदी की कूटनीति की चर्चा
ट्रंप ने मोदी की कूटनीति की तारीफ करते हुए कहा, “वे जब किसी समझौते की मेज पर बैठते हैं, तो उनका एकमात्र उद्देश्य भारत के हितों की रक्षा करना होता है। वे किसी भी दबाव में नहीं आते और अपनी बात मजबूती से रखते हैं।”
क्या अमेरिका-भारत संबंधों पर पड़ेगा असर?
डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। अगर ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं, तो भारत-अमेरिका संबंधों को एक और नया आयाम मिल सकता है।
दुनिया भर में मोदी की लोकप्रियता
डोनाल्ड ट्रंप से पहले भी कई वैश्विक नेता पीएम मोदी की नेतृत्व क्षमता और उनकी निर्णय लेने की क्षमता की प्रशंसा कर चुके हैं। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी मोदी की नीतियों और उनकी मजबूत नेतृत्व क्षमता के प्रशंसक रह चुके हैं।
कूटनीतिक विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि मोदी की नेतृत्व क्षमता और उनकी कूटनीतिक सूझबूझ ने भारत को वैश्विक मंच पर एक मजबूत राष्ट्र के रूप में स्थापित किया है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के विशेषज्ञ डेविड मैलोन का कहना है, “मोदी एक दूरदर्शी नेता हैं, जो हर समझौते और वार्ता में भारत को प्राथमिकता देते हैं। उनकी नीतियां और निर्णय लेने की शैली उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाती है।”
मोदी और ट्रंप की दोस्ती
ट्रंप और मोदी के बीच अच्छी दोस्ती मानी जाती है। कई बार दोनों नेताओं ने सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे की प्रशंसा की है। जब ट्रंप राष्ट्रपति थे, तब उन्होंने भारत के साथ व्यापारिक और रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने पर विशेष जोर दिया था।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान बताता है कि पीएम नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता और कूटनीतिक कौशल को दुनिया भर में सराहा जाता है। भारत की विदेश नीति और वैश्विक मंच पर उसकी मजबूती इस बात का प्रमाण है कि मोदी की रणनीतियाँ कारगर साबित हो रही हैं। अगर ट्रंप फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं, तो भारत-अमेरिका संबंधों में और मजबूती आने की
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